एक था कौआ बड़ा सयाना
जिसको पसंद था गाना गाना
पर सब उड़ाते थे उसका मज़ाक
इसलिए वो करता था अकेले में रियाज़
धीरे-धीरे उसको आ गया गाना गाना
और वॉयलिन, गिटार, ड्रम को भी बजाना
फिर उसने सोचा क्यूँ न अपनी सुरीली आवाज़
लोगों तक पहुँचाऊँ
अपना टैलेंट मैं सबको दिखाऊँ
स्टेज शोज करुँ, झुमु, नाचूँ, गाऊं
क्यूँ न मैं भी रॉकस्टार कहलाऊं
फिर कोई बनेगा मेरा भी दिवाना
और मेरे गानों को सुनेगा ता ना ना ना
अपने कॉन्सर्ट के उसने पोस्टर्स छपवाए
पेम्पलेट्स,होर्डिंग्स और बैनर्स भी लगवाए
जिसको सबने देखा पड़ा और सुना भी
बनाया उसका मज़ाक और किया अनसुना भी
बोले अब कांव-कांव भी करेगा गाना बजाना
पगला गया है वो कौआ सयाना
कौआ अब हो चूका था पूरा निराश
टूट चुकी थी उसके दिल की हर आस
तभी
उसने देखा एक सिंगिंग कॉम्पीटीशन का पोस्टर
और उसके अंदर उठी उम्मीदों की नयी लहर
इस बार वो पहुँचा स्टेज पर
एक कोयल का नकली कॉस्ट्यूम पहनकर
उसने फिर शुरू किया गाना बजाना
और हर एक को कर दिया अपना दिवाना
श्रीरामचन्द्र कह गए सिया से
एक ऐसा कलयुग आएगा
जब कोयल बैठेगी श्रोता बन
और कौआ गाना गाएगा
वो रॉकस्टार कहलाएगा
हर कोई हो जाएगा उसका दीवाना
धूम ताना धूम ताना ताना ना ना
-iCosmicDust(निकिता पोरवाल)
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