Friday 13 January 2017

सूरज डूबा समंदर में (Fun Fantasy Song)


सूरज डूबा समंदर में 
खाने को मछलियाँ 
छोटी-बड़ी, रंग-बिरंगी,
खूबसूरत सी मछलियाँ 

उसे लगती थी स्वादिष्ट 
जिस समुद्र की ये मछलियाँ 
उसी समुद्र से छुप-छुप के 
खाता था वह मछलियाँ 

एक दिन_
 एक दिन उसने एक मछली खा ली 
जो कि थी एक शार्क की घरवाली 
देखा यह जब  शार्क ने 
तो वह गुस्से से उबला 
और उसने शपथ ली 
कि लेके रहेगा बदला 

मछलियाँ खाने जब सूरज 
अगली रोज़ रात को आया 
तो शार्क ने एक ख़ूबसूरत सी 
गोल-मटोल मछली का जाल बिछाया 
मछली को देख सूरज ललचाया 
देखा जिसे समुद्र ने 
और उसको कैदी  बनाया 

दो दिन तक जब सूरज वापस नही आया 
तो बादलों ने उसका पता लगवाया 
कि किसने सूरज को  किडनैप करवाया
तब उन्हें चाँद ने बताई ये बात 
कि समुद्र ने बनाया सूरज को कैदी 
और मारी मारी दो लात 
क्यूंकि वह तो डूबा था समंदर में 
खाने को मछलियाँ 
छोटी-मोटी, रंग-बिरंगी 
खूबसूरत सी मछलियाँ 

पाकर पता सूरज का 
ज़ोर-ज़ोर से गरज़े और बरसे बादल 
और गिराई समंदर पर बिजलियाँ 
कि सूरज को क्यूँ तुमने किडनैप किया?
वह तो है इस दुनिया का इकलौता दीया 
बोला समुद्र 
सूरज ने खाई मेरी मछलियाँ 
बुझा दूंगा मैं तुम्हारा 
वह रौशनी का दीया 
फिर कोई हिम्मत नहीं करेगा 
खाने की मेरी मछलियाँ 
सीधी-सादी, खूबसूरत सी 
प्यारी-प्यारी मछलियाँ 

बोले बादल हो गई है गलती उससे 
दे दो उसको माफ़ी 
रोज़ रात को बना लेना कैदी 
क्या इतना नहीं है काफी?

बादलों की विनती पर 
समंदर का मन पिघला 
और तीसरे दिन सूरज 
फिर से निकला 
बदहज़मी कर गई उसको खाना मछलियाँ 
समुद्र का कैदी है वह इकलौता दीया 
जहाँ उसे ठंडी बर्फ चलाती है गुदगुदियाँ 
अब भूल चूका है वह खाना मछलियाँ 
जान से ज्यादा ख़तरनाक़ साबित हो गई 
उसको वह ख़ूबसूरत सी स्वादिष्ट मछलियाँ _ _!

                                                 -निकिता पोरवाल (iCosmicDust)





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