Sunday 31 December 2017

कहानी ड्रैगन की


आसमां के पालने से गिरकर
धरती पर एक और तारा टूटा
जिससे एक बड़े लम्बे काले साँप का_
सिर फूटा
जो बैठा था चुपचाप,
अपने शिकार की तांक में
कि कोई तो पकड़ में आ जाए
इस फ़िराक़ में_

फूटे सिर के साथ,
साँप कुछ यूँ हो गया बेहोश
जैसे मधु पीकर सब हो जाते है मदहोश
इधर_
इतनी ऊँचाई से गिरने की गर्मी से
पिघल गया पूरा तारा
और घुल-मिल गया साँप के शरीर में
वो तो सारा का सारा
आसमां से टूटा आज एक अनोखा तारा

जब साँप ने झटका अपने सिर को
आने पर वापस होश
तो पता लगा उसे कि
निकल आये है उसके दो सींग
जब वो था बेहोश..!
और जानकर ये तारे के तो उड़ गए होश_!

पिघला तारा, कर रहा था हर कोशिश
साँप से अलग होने की
लगा रहा था वह, हर पेंच और दाँव_!
लेकिन_
उसके अलग होने की इस नाक़ाम कोशिश में
निकल आए साँप के हाथ और पाँव..!
देखकर यह_
बदल गए दोनों के हाव-भाव..!

अब_
दोबारा कोशिश की होने की अलग
तारे ने हड़बड़ाकर
तो निकल आए, साँप के दो पंख_
फड़फड़ाकर_!

देखकर यह सब_
साँप की ज़ोर से चीख़ निकल गई_ !
और उस चीख़ से निकली आग से_
सामने की सूखी घास जल गई...!
जिसमें छुपी बैठी थी_
एक मोटी-ताज़ी गिलहरी_
जो अब आग में जल-भुन कर
हो गई थी कुरकुरी..!

भुनी गिलहरी की ख़ुश्बू से
तारे का मन ललचाया
और उसने साँप को उसकी ओर भगाया
लेकिन_
साँप आग से डरकर दूसरी दिशा में दौड़ा
और दोनों की इस उहापोह में
धरती पर रेंगने वाला साँप
पहली बार आसमां को उड़ा..!!

ये सब क्या, क्यूँ और कैसे हो रहा था ??
ना साँप, ना ही तारे को समझ आ रहा था_.!
अलग होने की कोशिश में वह तारा_
साँप में और ज़्यादा घुल-मिल कर
उसके नए अंग उगाता जा रहा था..!!

अंततः_
दोनों घुल-मिल कर हो गए एकचित्र_
और बन गया नया जीव
जो था बड़ा विचित्र_ !!

लगा रहा था वह बादलों में गोते
फैलाकर अपने लम्बे पर_
और चिड़ा रहा था पक्षियों को
उनसे भी ऊँचा तैरकर..!!

उड़ते-उड़ते उसने देखा कि
चल रहा है एक जगह
छिपकली और मगरमच्छ के बीच कॉम्पिटिशन
कि कौन बन पाता है
एक बेहतर ड्रैगन
तभी_
भीड़ में से कोई चिल्लाया
करके इशारा उसकी ओर
कि देखो_
वो रहा सबसे बेहतरीन ड्रैगन
जो उड़ रहा है उस छोर_!

शाम का वो नन्हा लाल तारा
जब टूटकर गिरा आसमां से उस साँप  पर
तो बना दिया उसको ड्रैगन..!!
क्यूँकि दूसरों की wish पूरी करना
ही है तारों का इकलौता passion ..!!


                                                                                                     -iCosmicDust (निकिता पोरवाल )